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व्हाट’स योर राशि ?

kuchhkhhash
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rashilarge[1]
‘ आपकी राशि क्या है ?’यह सवाल सुनते ही हम अक्सर अपनी नाम राशि बताते हैं .नाम राशि यानि नाम के पहले अक्षर के अनुसार राशि का निर्धारण, लेकिन इस प्रकार राशि का निर्धारण तभी करना चाहिए जब अपनी चन्द्र राशि का पता न हो . वर्तमान में राशि निर्धारण हेतु निम्नांकित धाराएँ प्रचलित हैं-
१.जन्म के समय चन्द्रमा जिस राशि में पड़ा हो ,उसके नक्षत्र चरण के अक्षर के अनुसार नाम -यह चन्द्र राशि नाम कहलाता है . प्रत्येक राशि के अपने नक्षत्र चरण के अनुसार निम्नांकित अक्षर होते हैं –
1 .मेष :चू,चे,चो ,ला ,ली ,लू,ले, लो,आ .
2 .वृषभ :इ ,ऊ,ए,ओ ,वा,वि,वे,वो.
3 .मिथुन :का,कि,कू,घ,छ,के,को,हा
4 कर्क :ही,हू,हे,हो,डा ,डी,डू,डे,डो.
5 सिंह :मा,मी,मु,में,मो,टा,टी टू ,टे.
6 कन्या :टो,पा,पी,पू,ष,ढ,पे,पो.
7 तुला :रा,री,रू,रे,रो,ता,ती,तू,ते.
8 वृश्चिक :तो,ना,नी,नू,ने,नो,या,यी,यू.
9 धनु: ये,यो,भ,भी,भू,धा,फा,ढा ,भे .
10 मकर :भो,जा,जी,खी,खू,खे,खो,गा,गी.
11 कुम्भ : गू,गे,गो,सा,सी,सू,से,सो,दा .

12 मीन :दी,दू,थ,झ,दे,दो,चा,ची.
२ इसके बाद नंबर आता है सूर्य राशि का . हालाँकि यह भारतीय ज्योतिष में भी महत्वपूर्ण स्थान रखता है परन्तु इसका उपयोग अंक ज्योतिष और पश्चिमी देशों में अधिक किया जाता है. पूरे वर्ष सूर्य बारह राशियों में भ्रमण करता है . इस मत के अनुसार जन्मकालीन सूर्य जिस राशि में होता है, वही हमारी सूर्य राशि होती है . भिन्न राशियों में सूर्य के भ्रमण की स्थिति इस प्रकार है –
१ मेष :२१ मार्च से २० अप्रैल
२ वृषभ :२१ अप्रैल से २० मई
३ मिथुन :२१ मई से २० जून
४ कर्क :२१ जून से २२ जुलाई
५ सिंह :२३ जुलाई से २३ अगस्त
६ कन्या : २४ अगस्त से २२ सितम्बर
७ तुला :२३ सितम्बर से २३ अक्तूबर
८ वृश्चिक :२४ अक्तूबर से २२ नवम्बर

९ धनु : २३ नवम्बर से २१ दिसंबर
१० मकर :२२ दिसंबर से २० जनवरी
११ कुम्भ :२१ जनवरी से १८ फरवरी
१२ मीन :१९ फरवरी से २० मार्च
.
ये दोनों विधियाँ राशि निर्धारण के लिए है . जब जन्म की तारीख एवं जन्म समय का पता न हो ,उस स्थिति में नाम राशि का उपयोग किया जाता है.
सवाल यह कि हम कौन सी राशि मानें – सूर्य,चन्द्र या अपनी नाम राशि ! हमारा भारतीय ज्योतिष चन्द्र राशि का अत्यंत महत्व देता है. लेकिन हममें से ऐसे कितने प्रतिशत लोग हैं जिनका नाम चन्द्र राशि के अक्षर के अनुसार रखा गया है ?….शायद अत्यंत कम…..अधिकांश लोग ऐसे हैं जिन्हें अपनी चन्द्र राशि तो ज्ञात है परन्तु उनका प्रचलित नाम भिन्न है. ऐसे में असमंजस कि स्थिति हो जाती है कि हम अपने किस राशि को महत्व दें . यहाँ बस यही कहा जा सकता है कि चन्द्र राशि के साथ साथ नाम राशि का प्रभाव भी अवश्य पड़ता है क्योंकि जब प्रचलित नाम का प्रभाव व्यक्तित्व पर पड़ सकता है तो नाम राशि का क्यों नहीं ?
साथ ही ,भारतीय ज्योतिष के अनुसार चन्द्र राशि की अपनी एक अलग सत्ता है . चन्द्रमा मन का कारक होता है और चन्द्र राशि हमारी मानसिक स्थिति एवं क्षमताओं का आकलन व विश्लेषण करता है . अतः नाम राशि एवं चन्द्र राशि भिन्न होने कि स्थिति में हमें दोनों राशियों को महत्व देना चाहिए .

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