kuchhkhhash
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अब छोड़ दो ऊँगली बच्चे की
उसे खुद भी कभी तो चलने दो
डर है अगर वो गिर जायेगा
ठोकर से उसे संभलने तो दो.
स्नेह का आँचल हटा लो अब
खुद नभ की ऊँचाई नापने दो,
नीचे गिरता है गिरने दो
परवाज़ उसे खुद सिखने दो.
दुनिया के समंदर से अब
हटा लो अपने स्नेह की नैया,
बहता है तो बहने दो
उसे खुद तैरना सिखने दो.
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